गर्डर लॉन्चर गिरने से 17 लोगों की मौत; 3 घायल
ठाणे. महाराष्ट्र के ठाणे में समृद्धि हाईवे पर सोमवार देर रात दर्दनाक हादसा हो गया. हाईवे पर निर्माण कार्य के दौरान क्रेन का गर्डर लॉन्चर गिरने से 17 मजदूरों की दबकर मौत हो गई, जबकि तीन अन्य घायल हो गए. अभी भी कुछ मजदूर मलबे में दबे बताए जा रहे हैं. मौके पर सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. ठाणे के एसपी भी रेस्क्यू टीम के साथ मौके पर मौजूद हैं. एसपी ने बताया कि हाईवे की जिस साइट पर हादसा हुआ, वहां कुर 23 मजदूर काम कर रहे थे.
ठाणे डिजास्टर कंट्रोल रूम के मुताबिक, देर रात करीब एक बजे कंट्रोल रूम को इस घटना की सूचना मिली कि रात करीब 12 बजे के आसपास सातगांव पुल, सरल अंबेगांव, शहापुर तालुका में समृद्धि हाईवे का निर्माण कार्य चल रहा था. रेडी फ्लाई ओवर के हिस्से को क्रेन के जरिए उठाकर पिलर पर फिट किया जा रहा था, तभी गर्डर लॉन्चर अचानक गिर पड़ा. गर्डर लॉन्चर गिरने से मौके पर अफरातफरी का माहौल हो गया. वहां मौजूद अन्य लोगों ने आनन-फानन में इसकी सूचना थाना पुलिस और फायर ब्रिगेड को दी. सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया.
जानकारी मिलने पर खुद ठाणे के एसपी राहत बचाव टीम के साथ मौके पर पहुंच गए. 4 मजदूर मलबे में दबे, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी ठाणे एसपी के मुताबिक, अभी तक जो जानकारी सामने आई है, उसमें 16 लोगों की मौत हुई है, जो कि मजदूर थे और काम कर रहे थे. उसके अलावा तीन मजदूर घायल हैं.
एसपी ने ये भी बताया कि इस घटना में अभी भी चार मजदूर मलबे में दबे हुए हैं. इसलिए राहत और बचाव कार्य जारी है. स्थानीय पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम भी मौके पर मौजूद है. ठाणे एसपी ने बताया कि गर्डर लॉन्चर मशीन एक गैन्ट्री क्रेन है, जिसका उपयोग पुल निर्माण में किया जाता है. इससे राजमार्ग और हाई-स्पीड रेल पुल निर्माण परियोजनाओं में प्रीकास्ट बॉक्स गर्डर्स लगाए जाते हैं. देर रात इसी मशीन से बॉक्स गर्डर्स लगाए जा रहे थे, तभी अचानक से गर्डर लॉन्चर नीचे गिर गया और मजदूर दब गए. 710 किलोमीटर लंबा है समृद्धि हाईवे बता दें कि मुंबई और नागपुर को जोड़ने वाला समृद्धि हाईवे 701 किलोमीटर लंबा है. यह नागपुर, वाशिम, वर्धा, अहमदनगर, बुलढाणा, औरंगाबाद, अमरावती, जालना, नासिक और ठाणे सहित 10 जिलों से होकर गुजरता है.
समृद्धि हाईवे का निर्माण कार्य महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम द्वारा किया जा रहा है. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मई में कहा था कि हाईवे के तीसरे और आखिरी चरण का काम इस साल दिसंबर के अंत तक पूरा हो जाएगा. जुलाई को हुआ था बस हादसा, जिंदा जल गए थे 26 यात्री जुलाई महीने की एक तरीख को समृद्धि हाईवे पर दर्दनाक हादसा हुआ था, जिसमें 26 यात्रियों की जिंदा जलकर मौत हो गई थी. दरअसल, एक प्राइवेट एसी बस नागपुर, वर्धा और यवतमाल से यात्रियों को लेकर पुणे जा रही थी. बुलढाणा के पास समृद्धि हाईवे पर अचानक बस में आग लग गई. आग लगने से 26 यात्री जिंदा जल गए, जबकि सात यात्रियों की ही जान बच सकी. हादसा इतना भयानक था कि जले शव पहचान तक में नहीं आ रहे थे.