36 वर्षीय महिला को 6 महीने तक बनाया था हवस का शिकार
मुंबई। पंतनगर पुलिस की हद में रहने वाली एक 36 वर्षीय महिला की मदद करने की एवज में उक्त महिला को अपनी हवस का शिकार बनाने वाले एक पुलिस अधिकारी को पुलिस बचाने की भरपूर कोशिश कर रही है।इतना ही नहीं पीड़िता के घर अलग अलग लोगो को भेज कर मामला वापस लेने के लिए दबाव बनाये जाने की जानकारी मिल रही है।रक्षक से भक्षक बने उक्त वहसी दरिंदे पुलिस अधिकारी का नाम गंगाराम कृष्णा पाटिल बताया जाता है।जिसने पुलिस की खाकी वर्दी को दागदार बनाया है।
पंतनगर पुलिस के अनुसार घाटकोपर पूर्व रमाबाई कॉलोनी में 36 वर्षीय नीता (नाम बदला) नामक महिला रहती है।उसने किसी मामले को लेकर वर्ष 2019 में पंतनगर पुलिस स्टेशन में एक लिखित शिकायत पत्र दिया था।जिसकी जांच पड़ताल की जिम्मेदारी यहाँ के पुलिस निरिक्षक गंगाराम कृष्णा पाटिल के पास थी।पाटिल ने उक्त महिला को मदद करने का पूरा भरोसा दिलाते हुए पहले उससे अच्छी तरह से दोस्ती की।उसके बाद वह धीरे धीरे पीड़ित महिला से नजदीकियां बनाना शुरू किया।बाद में वाट्सअप पर मीठी मीठी बाते करके पीड़िता को अपने प्रेम जाल में फंसा लिया।
पीड़िता की शिकायत के अनुसार गंगाराम पाटिल ने गत वर्ष यानी 21/04/2021 के दिन मौके का फायदा उठाकर महिला के घर गया जहां पर उसे डरा धमका कर उसके साथ जबरन अपना मुंह काला किया।उसके बाद पीड़ित महिला को ब्लैकमेल करके गंगाराम पाटिल नामक उक्त वहसी दरिंदे ने दर्जनों बार उस महिला को अपनी हवस का शिकार बनाया।परेशान हैरान पीड़िता ने हार मान कर इस मामले की शिकायत पंतनगर पुलिस से की।पुलिस ने इस मामले की गंभीरता को देख अपराध क्रमांक 272/2022 भादवी 376 (2),(A),(1),(N) के तहत मामला दर्ज किया है।पुलिस सूत्र बताते हैं की अतिरिक्त पुलिस आयुक्त संजय दराडे,पुलिस उपायुक्त प्रशांत कदम,सहायक पुलिस आयुक्त अर्जुन नेरलेकर व वरिष्ठ पुलिस निरिक्षक रविदत्त सावंत के निर्देश पर मामले की जांच पुलिस निरिक्षक अजय घोसालकर को दी गई है।
सूत्र बताते हैं की मामला दर्ज होने की जानकारी मिलते ही पुलिस निरिक्षक गंगाराम पाटिल भूमिगत हो गया है।पीड़ित महिला के पति का कहना है मामला दर्ज होने के बाद पंतनगर पुलिस ने मामला वापस लेने के लिए सुनील गैरेज वाले,चिंतामण गांगुरडे व अरविंद मोरे नामक बिचौलियों को भेज कर हमे व हमारी पत्नी को डराया धमकाया जा रहा है।पंतनगर पुलिस स्टेशन में कार्यरत गायकवाड़ नामक पीएसआई भी मामला वापस लेने की बात कर रहा है।जिसकी लिखित शिकायत व ईमेल के माध्यम से राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री,राज्यपाल,मुख्यमंत्री, गृहमंत्री व पुलिस आयुक्त को दी गई है।बहरहाल इस मामले की जांच की जिम्मेदारी पुलिस निरिक्षक अजय घोसालकर पास है जो की रक्षक से भक्षक बने पुलिस निरिक्षक गंगाराम पाटिल को गिरफ्तार करने में आनाकानी कर रहे हैं ऐसा आरोप पीड़ित महिला व उसका पति लगा रहे है।जिसकी जोरदार चर्चा शुरू है।
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