कर्मचारियों के लिए बड़ी चुनौती
वसई। भले ही महावितरण के कल्याण मंडल में वित्तीय वर्ष समाप्त होने में केवल तीन-चार दिन बाकी रह गए हैं, लेकिन कर्मचारियों को 178 करोड़ रुपए के बिजली बिल (कृषि पंपों और स्थायी बिजली कटौती वाले ग्राहकों को छोड़कर) की वसूली की चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। इसलिए, उनके सामने केवल दो ही विकल्प हैं या तो बकाया राशि की वसूली की जाए या बकायेदारों की बिजली आपूर्ति काट दी जाए।
असुविधा से बचने के लिए महावितरण ने अपील की है कि बकाएदारों को बकाया राशि का भुगतान करना चाहिए और अन्य ग्राहकों को वर्तमान बिजली बिल का भुगतान तुरंत करना चाहिए। बकाया वसूली के लिए मुख्य अभियंता से लेकर जनमित्र तक सभी स्तर के अधिकारी, इंजीनियर और कर्मचारी वसूली कार्य के लिए मैदान में हैं। कल्याण सर्कल के 2 लाख 76 हजार 979 उपभोक्ता, जिनकी बिजली बिल भुगतान अवधि समाप्त हो चुकी है। 176 करोड़ 97 लाख रुपए का बकाया वसूला जाना बाकी है।
एक कल्याण मंडल कार्यालय के तहत 45 हजार 181 ग्राहकों, जिसमें कल्याण पूर्व और पश्चिम और डोंबिवली डिवीजन शामिल हैं। इनसे 15 करोड़ 32 लाख रुपए का बकाया है। उल्हासनगर वन और टू, कल्याण ग्रामीण और बदलापुर डिवीजनों को मिलाकर कल्याण मंडल दो के तहत 86 हजार 561 उपभोक्ताओं पर 64 करोड़ 8 लाख रुपए का बिजली बिल बकाया है। वसई मंडल जिसमें वसई और विरार मंडल शामिल हैं, 92 हजार 427 उपभोक्ताओं पर 44 करोड़ 95 लाख और पालघर मंडल के 52 हजार 810 उपभोक्ताओं पर 42 करोड़ 4 लाख रुपए का बिजली बिल बकाया है।
मार्च में बकाया बिजली बिल के कारण कल्याण परिमंडल में 10 हजार 394 उपभोक्ताओं की बिजली आपूर्ति में कटौती की गई है। बिजली बिल भुगतान केंद्र मार्च के अंत तक रविवार एवं अन्य अवकाश के दिन भी खुले रहेंगे। इसके अलावा, डेबिट/क्रेडिट कार्ड, नेट बैंकिंग के माध्यम से ऑनलाइन बिजली बिल भुगतान की सुविधा महावितरण की वेबसाइट, ग्राहकों के लिए मोबाइल ऐप, विभिन्न भुगतान वॉलेट आदि के माध्यम से उपलब्ध है।महावितरण ने संबंधित ग्राहकों से इन सुविधाओं का उपयोग करके और निर्धारित समय सीमा के भीतर वर्तमान बिजली बिलों का भुगतान करके सहयोग करने की अपील की है।
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