मुंबई क्राइम ब्रांच ने उद्धव ठाकरे की शिवसेना के नेता अभिषेक घोसलकर की हत्या मामले में अदालत में चार्जशीट दायर कर दी है। चार्जशीट में नरोना मॉरिस को मुख्य आरोपी बताते हुए हत्या अभियुक्त बताया गया है। वहीं मॉरिस के बॉडीगार्ड अमरेंद्र मिश्रा को क्राइम ब्रांच ने इसमें साजिश रचने और आर्म्स एक्ट के तहत अभियुक्त बनाया है। 8 फरवरी को नरोना मॉरिस ने अभिषेक घोसलकर को अपने ऑफिस में शाम को बुलाया था और दोनों फेसबुक लाइव कर रहे थे कि उसी दौरान मॉरिस ने अपने पास से पिस्तौल निकाली और अभिषेक पर पांच राउंड फायरिंग कर दी। इसके बाद अभिषेक ने मौके पह ही दम तोड़ दिया। गोली मारने के बाद मॉरिस अपने ही ऑफिस के ऊपरी मंजिल पर गया और उसने खुद को भी गोली मारकर आत्महत्या कर ली।
आपसी रंजिश बनी हत्या की वजह
मामले की जांच मुंबई क्राइम ब्रांच को सौंप गई जिसके बाद मुंबई क्राइम ब्रांच ने मॉरिस के बॉडीगार्ड अमरेंद्र मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया। मॉरिस ने जिस पिस्टल से अभिषेक की हत्या की थी वह पिस्टल अमरेंद्र मिश्रा ने ही मॉरिस को लाकर दी थी। मुंबई क्राइम ब्रांच ने अमरेंद्र मिश्रा पर हत्या की साजिश में शामिल होने का भी जिक्र चार्जशीट में किया है। हालांकि मुंबई क्राइम ब्रांच ने मॉरिस और अभिषेक की आपसी रंजिश को हत्या की वजह बताया है।
राजनीतिक दुश्मनी
मॉरिस नोरोन्हा बोरीवली पश्चिम आईसी कॉलोनी में रहते थे। मॉरिस भी खुद को सामाजिक कार्यकर्ता बताते रहे थे और वह भी चुनाव लड़ना चाहते थे। सोशल मीडिया पर उन्होंने पॉलिटिशियन के साथ कई तस्वीरें शेयर की थी। अभिषेक और मॉरिस के ऑफिस अगल-बगल थे। स्थानीय निवासियों के मुताबिक, स्थानीय राजनीति पर हावी होने के लिए दोनों के बीच खींचतान चल रही थीं। हत्या की वजह भी आपसी रंजिश निकलकर सामने आई है, लेकिन मॉरिस ने खुद भी आत्महत्या क्यों कर ली, यह सवाल अभी भी बना हुआ है।
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