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मुंबई ट्रैफिक पुलिस के लिए कलंक साबित हो रहा है राजेंद्र जाधव




मुंबई। घाटकोपर पूर्व स्थित विक्रोली ट्रैफिक पुलिस चौकी मे कार्यरत प्रमुख वसुलीबाज (कैशियर) राजेन्द्र जाधव की पुरे विभाग में दहशत कायम हो चुकी है।जाधव के खिलाफ इस पुलिस चौकी की हद के आम नागरिको वाहतूकदारो,विकासको व होटल ब्यवसाइयो में गहरा आक्रोश फ़ैल रहा है।लोगो का कहना है की उक्त वसुलीबाज इतना शातिर दिमाग का है की विक्रोली ट्रैफिक चौकी में कार्यरत हर पुलिस कर्मी उसका नाम सुनते ही काँप उठता है।उक्त वसुलीबाज जाधव यहां के प्रभारी पुलिस निरीक्षक के निर्देश पर सिर्फ वसुली का ही कम करता है।

पुलिस के विशेष सूत्र बताते है की विक्रोली ट्रैफिक पुलिस चौकी में राजेंद्र जाधव नामक एक दबंग पुलिस कर्मचारी कार्यरत है।जोकि इस पुलिस चौकी के हद के ट्रांसपोर्टरों,होटल ब्यवसाइयो,विकासको व अन्य धंधा ब्यापार करने वालो से अपने प्रभारी पुलिस निरीक्षक के नाम पर सिर्फ वसूली करने का काम करता है।एक गुप्त जानकारी के अनुसार जाधव महीने में करीब 10 से 12 लाख रुपए की वसूली करके नीचे से लेकर उपर तक पहुंचाने का काम करता है।वह हमेशा सिविल ड्रेस में बुलेट बाइक पर घूम घूम कर इस पुलिस चौकी की हद में केवल व केवल वसूली करने का ही काम करता है।यहां के पुलिस चौकी में कार्यरत एक पुलिस कर्मचारी ने अपना नाम ना छापने की शर्त पर इस संवाददाता को बताया की जाधव यहां के प्रभारी पुलिस निरीक्षक मनोहर अहवाड़ का बेहद ही करीबी है।जिसका फायदा उठाकर वह हर दूसरे पुलिस कर्मचारी के बीच अपनी टांग अड़ाता है।जिसके चलते कुछ पुलिस कर्मचारी उसे साहेब का मुख्य चमचा कहते है।इस संदर्भ में जब श्री जाधव से बात की गई तो उसने अपनी सफाई में कहा की मैं तो श्री अहवाड़ साहेब के आदेश का पालन करता हूँ वह जो भी काम मुझे बोलते हैं वह मैं करता हूँ।जबकि जाधव के इन कुकृतो के चलते विक्रोली ट्रैफिक चौकी ही नहीं पूरा पुलिस विभाग बदनाम हो रहा है जिसकी चर्चा इस ट्रैफिक चौकी सहित मुंबई शहर के हर पुलिस थाने में जोरशोर से शुरू है।अब देखना यह होगा की जाधव के खिलाफ ट्रैफिक विभाग के आला अधिकारी कब और क्या कार्यवाई करते हैं जिसका इस पुलिस चौकी में कार्यरत हर पुलिस कर्मचारी को इंतजार है।

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