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Writer's pictureRavi Nishad

एक जुलाई 2024 से लागू नए नियम पर परिचर्चा का आयोजन।

भारतीय नागरिक सुरक्षा सहिंता-भारतीय साक्ष सहिंता व भारतीय न्याय सहिंता पर परिचर्चा का आयोजन।

रवि निषाद।मुंबई

आईपीसी सीआरपीसी व भारतीय पुरावा नियम की जगह 1 जुलाई 2024 से पुरे देश में लागू होने वाले भारतीय नागरिक सुरक्षा सहिंता,भारतीय साक्ष सहिंता व भारतीय न्याय सहिंता को लेकर मुंबई के पंतनगर पुलिस द्वारा जनजागृति के तहत एक परिसंवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया।यह कार्यक्रम पंतनगर पुलिस स्टेशन के दक्ष वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक राजेश केवले की देखरेख में घाटकोपर पूर्व रमाबाई कालोनी के शहीद स्मारक भवन में किया गया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार पुरे भारत में 1 जुलाई 2024 से तीन महत्वपूर्ण नियमो में संसोधन के बाद नए नियम लागू किए गए हैं।जिन्हें अब भारतीय नागरिक सुरक्षा सहिंता,भारतीय साक्ष सहिंता व भारतीय न्याय सहिंता के तहत जाना जाएगा।जिसमे पूर्व के सभी आईपीसी को समाहित कर नया स्वरूप दिया गया है।अर्थात अब पहले के सभी आईपीसी नए तौर पर अंकित नंबर के अनुसार रहेंगे।जिस पर प्रकाश डालने के लिए पुलिस उपायुक्त जोन 7 के निर्देश पर वरिष्ठ अधिवक्ता संदीप सिंह इस कार्यक्रम में उपस्थित थे।यहां के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक राजेश केवले,अपराध निरीक्षक केशव कसार,महिला पुलिस निरीक्षक कल्पना जाधव,एपीआई सचिन पाटिल,पीएसआई सुभाष हमरे सहित अन्य पुलिस अधिकारी की उपस्थिति में प्रमुख अधिवक्ता संदीप सिंह ने एक एक करके सभी नियम कानून को विस्तार पूर्वक समझाया और बताया।किस गुनाह पर कौन सा नियम लागू होगा उस पर क्या उपाय योजना है और उक्त नियम से क्या क्या परिणाम और दुष्परिणाम होंगे हर तरह से सविस्तार समझाने का काम उन्होंने किया है।इसके अलावा कौन कौन से नियम में कितनी कितनी सजा हो सकती है।पुलिस की जांच प्रक्रिया जमानत लेने की प्रक्रिया पुलिस कस्टडी की प्रक्रिया चार्ज शीट की प्रक्रिया कितने समय में केस का निकाल लग सकता है सभी पर श्री सिंह बहुत ही बारीकी से अपनी राय रखी।इसके अलावा कार्यक्रम में उपस्थित समाजसेवको व आम नागरिको द्वारा पूछे गए सवालो का उत्तर भी बखूबी श्री सिंह ने दिया है।

गौरतलब है की मुंबई शहर में कुल 110 पुलिस स्टेशन हैं जिनकी हद में घटने वाले हर घटना के लिए फॉरेंसिक लैब के तौर पर केवल कालिना लैब ही होने पर वरिष्ठ अधिवक्ता संदीप सिंह ने दुःख ब्यक्त किया है।इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा है की इन नए नियमो के कारण पुलिस पर भार बढ़ रहा है उनका अधिकार भी बढ़ रहा है साथ ही साथ उनके साथ हम सब की जिम्मेदारी भी बढ़ गई हैं।जिसके लिए हमे हमेशा सच का साथ देना जरूरी है पुलिस का सहयोग करना भी जरुरी है।जिससे पुलिस को किसी भी जांच प्रक्रिया में अड़चन ना आए और आम जनता को न्याय मिले।इस कार्यक्रम का संचालन एपीआई सचिन पाटिल ने किया।और कार्यक्रम की देखरेख व सही तरह से संपन्न कराने का काम यहां के मिल स्पेशल के पुलिस कर्मचारी उमेश अहवाड व रवि अहवाड ने किया है।इस अवसर छेत्र वकील,पत्रकार,स्कुलो के शिक्षक व विद्यार्थी,प्रतिष्ठित नागरिक,सभी सेवाभावी संस्था के पदाधिकारी,सामान्य नागरिक भारी संख्या में उपस्थित थे।


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