मुंबई। श्री गणेशोत्सव का आगाज आगामी सितंबर महीनें के पहले सप्ताह में होने वाला है ऐसे में हिन्दुओ के लिए सबसे महत्वपूर्ण माने जाने वाले इस उत्सव में लोगो का झुकाव सस्ते,हल्के व पर्यावरण पूरक श्री गणेश मूर्तियों की तरफ कुछ जादे ही दिखाई दे रहा है।
गौरतलब है कि हिंदू धर्म के प्रमुख त्योहार श्री गणेशोत्सव के लिए अभी से सभी गणेशोत्सव मंडल के लोग व घरेलू मूर्ति बैठाने की तैयारियां शुरू कर चुके है।हर गल्ली नुक्कड़ पर श्री गणेश मूर्तियों के बनाने के पंडाल,बेचने वालो के पंडाल व उन्हें बैठाने वालो के लिए पंडाल लग चुके हैं।इस संबंध में मुंबई शहर के कई मूर्तिकारों से बातचीत करने पर मालूम पड़ा है कि मुंबई में इस बार आम गणेश भक्तो का झुकाव पर्यावरण पूरक श्री गणेश मूर्तियो की तरफ कुछ जादा ही है।कुर्ला पूर्व नेहरू नगर के सुप्रसिद्ध प्रथमेश इको फ्रेंडली श्री गणेश मूर्तिकार की मुखिया जयश्री गजाकोश ने बताया कि हमारे यहां से करीब 200 इको फ्रेंडली मूर्तियां हर साल विदेश भेजी जाती है।इस बार भी कुछ मूर्तियां भेजी जा चुकी है।जबकि मुंबई के हर मंडल के लोग व घरेलू गणपति बैठाने वाले लोग अपने पंडालो में पर्यावरण पूरक मूर्ति बैठाने में काफी रूचि दिखा रहे हैं।उनका कहना है की प्रथमेश इको फ्रेंडली संस्था में दर्जनों महिलाएं दिन रात सुंदर व मनमोहक इको फ्रेंडली मूर्ति बनाने में लगी हुई हैं।श्रीमती गजाकोश ने बताया की हमारे यहां पिछले 15 वर्षो से श्री गणेश मूर्तियो को बनाने का काम होता है।इस बार हमने 500 रुपए से 1 लाख रुपए तक की श्री गणेश मूर्तियों का निर्माण किया हैं।जयश्री गजाकोश ने यह भी कहा है कि श्री गणेश भक्त इस बार इको फ्रेंडली पर्यावरण पूरक श्री गणेश मूर्तियां को ही खरीदें जो सस्ते,हल्के व पर्यावरण पूरक हैं।जिससे पर्यावरण को भी कोई नुकसान नही होगा और यह मुर्तिया जल्दी ही पानी में विलीन भी हो जाएंगी।इस संस्था में कई महिला बचत गट की महिलाओ के साथ साथ संजना गजाकोश की देख रेख में कई घरेलू महिलाएं भी मूर्तिकार काम कर रही हैं।
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