वाशी पुलिस ने ही किया गिरफ्तार
मुंबई।मुंबई विदया विहार पूर्व में रहने वाले एक ब्यापारी को वाशी पामबीच रोड पर से अपहृत कर उससे डरा धमका कर 2 करोड़ रुपए नगद वसूली किए जाने का सनसनी खेज मामला सामने आया है।इस मामले में दूसरा तीसरा कोई नहीं महारष्ट्र पुलिस का एक पुलिस निरीक्षक ही आरोपी निकला है।जिसे वाशी पुलिस के अपराध निरीक्षक व उनकी टीम ने गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे डाल दिया है।
गौरतलब है की विदया विहार पूर्व नीलकंठ सोसायटी में रहने वाला राजेश रामनारायण कटारा (54) अपनी कार से 29 मार्च को दोपहर 2 बजे के करीब नई मुंबई किसी काम से जा रहे थे।जब वह वाशी पुल के पास से सर्विस रोड होकर पामबीच के रोड पर पहुंचे तो आगे पीछे से कुछ लोग आवाज देकर उनकी कार रुकवा लिए।खुद को पुलिस होने की बात कर राजेश कटारा को खुब डराए धमकाए और उन्हें यहां के विष्ला सोसायटी सेक्टर 29 में ले गए।वहां ले जाकर आरोपियों ने फरियादी से कहा की तुम हमेशा बड़े बड़े बैग में मोटी मोटी रकम लेकर जाते हो।इसके लिए तुम पर कार्यवाई की जाएगी।अगर इससे बचना हो तो 2 करोड़ रुपए दो वरना तुम्हारे खिलाफ मामला दर्ज कर तुम्हे जेल में डाला जाएगा।घबराए राजेश किसी तरह हाथ पर पड़कर इधर उधर करके 2 करोड़ रुपए अरेंज कर उन 6 आरोपियों को दे दिया।उस दिन डर बस राजेश ने इसकी सुचना किसी को नहीं दी।दूसरे दिन यानी 30 मार्च को हिम्मत करके इस मामले की शिकायत वाशी पुलिस से की।वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक के निर्देश पर पुलिस ने यह मामला अपराध क्रमांक 136/2024 भादवी 395,363,341,342,170, 120 (ब),504,506 व 34 के तहत मामला दर्ज किया।इसके बाद पुलिस ने जब तांत्रिक जांच पड़ताल शुरू की तो पुलिस के हाथ बेहद ही चौंकाने वाली जानकारी हाथ लग गई।पुलिस सूत्र बताते हैं की इस मामले में कुल 6 आरोपी शामिल थे जिसमे एक आरोपी महाराष्ट्र पुलिस सेवा में कार्यरत एक पुलिस निरीक्षक था।जिसका नाम नितिन भीकाजी विजयकर (55) बताया जाता है।जो की मुंबई के भांडुप स्थित प्रसाद अपार्टमेंट का निवासी बताया जाता है।जिसे 1अप्रैल को वाशी पुलिस के अपराध निरीक्षक संजय नाले व उनकी टीम ने गिरफ्तार कर सलाखो के पीछे डाला है।मामले की अधिक जांच व अन्य आरोपी की तलाश अब संजय नाले व उनकी टीम कर रही है।
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